कृष्ण कुमार की आईटीआई गया से परमाणु ऊर्जा विभाग तक का सफर, कौशल समर्पण और राष्ट्र सेवा की प्रेरणादायक यात्रा
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बिहार के गया जिले के छोटे से गाँव टीका बिगहा से आने वाले कृष्ण कुमार ने आईटीआई गया में मशीनिस्ट ट्रेड में प्रशिक्षण प्राप्त किया। सीमित संसाधनों के बावजूद, उन्होंने अपने परिवार के भविष्य को बेहतर बनाने और देश की सेवा करने का संकल्प लिया।
आईटीआई गया में उन्हें न केवल तकनीकी जान मिला, बल्कि आत्मविश्वास और अनुशासन भी विकसित हुआ। कठिन परिश्रम और लगन के बल पर उन्होंने हेवी वाटर बोर्ड (HWB) के कैटेगरी-II स्टाइपेंडरी ट्रेनी के पद पर सफलता पाई। यह बोर्ड भारत सरकार के परमाणु ऊर्जा विभाग (DAE) के अंतर्गत कार्य करता है और मणुगुरु, तेलंगाना में स्थित है।
कृष्ण कुमार कहते हैं:
“आईटीआई गया में मिला प्रशिक्षण मेरे जीवन का आधार बना। वहीं से मुझे वह ज्ञान और आत्मविश्वास मिला जिससे मैं आज परमाणु ऊर्जा विभाग जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में काम कर रहा हूँ। मुझे गर्व है कि मैं देश की सेवा कर पा रहा हूँ।”
कृष्ण कुमार की सफलता बिहार के युवाओं के लिए एक प्रेरणा है। यह कहानी दर्शाती है कि कौशल विकास और तकनीकी शिक्षा से गाँव के छात्र भी राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना सकते हैं।