विधानसभा के मॉनसून सत्र के तीसरे दिन महागठबंधन के सभी विधायकों ने “मतदाता गहन पुनरीक्षण वापस लो”, ” जो हिटलर की चाल चलेगा वह हिटलर की मौत मरेगा, जैसे नारों के साथ विधानसभा के मुख्य द्वार को जाम कर दिया। विरोध इतना तीव्र था कि कार्यवाही शुरू होने तक किसी भी माननीय सदस्य को अंदर प्रवेश नहीं करने दिया गया। अंततः आपातकालीन द्वार खोलकर सत्ता पक्ष के विधायकों को अंदर जाना पड़ा।
सभी विपक्षी विधायक काली पट्टी और काले वस्त्र धारण कर विरोध जताते हुए विधानसभा में दाखिल हुए और सरकार के खिलाफ जोरदार प्रतिवाद दर्ज कराया। जैसे ही सदन की कार्यवाही आरंभ हुई, विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के अभिभाषण को रोक कर विपक्ष के विधायक पर गंभीर आरोप लगाकर माफी मांगने को कहा गया इसी बात पर विधानसभा अध्यक्ष को कार्यवाही दोपहर तक स्थगित करा दिया
विधायकों ने आरोप लगाया कि मतदाता सूची से योजनाबद्ध तरीके से गरीब, दलित, मुसहर और अल्पसंख्यक समुदायों को बाहर किया जा रहा है, जो लोकतंत्र पर सीधा हमला है और किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।